पोल्ट्री किसान जब ब्रायलर पक्षी बड़ी कंपनियों के साथ मिल कर डालते है तो इसे कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग कहते है ! इस स्थिति में कंपनी , चूजा ,फीड और तकनीकी सहायता देती है और पोल्ट्री किसान अपना पोल्ट्री फार्म और प्रबंधन की जिम्मेदारी लेता है ! कंपनी पक्षी की फीड की लागत , पक्षी की मृत्यु दर और अन्य कारकों को मद्देनज़र रखते हुए किसान को मेहनताना देती है !
चूँकि बड़ी कम्पनियाँ तकनीकी रूप से बेहद ज्यादा सक्षम होती है और पोल्ट्री किसान को बेहतर चूजा और फीड की सप्लाई तकनीकी सहायता के साथ देती है ! जिससे परिणाम बेहतर आते है ! छोटे स्तर के किसानो के लिये कम से कम शुरुवाती स्तर पर यह कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग बेहतर साबित होती है !
इसका दूसरा लाभ यह है कि आपको कांटेक्ट फार्मिंग के नाम पर बैंक से लोन बड़ी आसानी से मिल सकता है ! सभी कंपनियों के के कॉन्ट्रैक्ट एरिया और आपके पोल्ट्री फार्म की सहूलियतों के हिसाब से अलग अलग हो सकते है ! कॉन्ट्रैक्ट करते वक़्त सभी शर्तों को पूरा जरूर पड़ें !
पोल्ट्री फार्म की कमाई और फायदे !
कंपनियां 6 से 8 रूपये प्रति किलो देती है !
मान लीजिये आप 10000 पक्षियों की कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग करते है !
और प्रति पक्षी का औसत वज़न 2.5 किलो के वज़न का बेचते है !
तो पूरा वज़न हुआ 25000 किलो आप 6 रूपये किलो मिला तो हुआ 150000 और साल में 4 बैच निकाले तो ये हुआ 6 लाख हुआ ! ये मृत्यु दर और फीड की खपत पर भी निर्भर करता है !
इसमें पोल्ट्री किसान के नुक्सान होने की संभावना काफी कम हो जाती है !
पोल्ट्री किसान को फीड और चूजों पर खर्च का निवेश कम करना पड़ता है !
सवाल -पोल्ट्री किसान कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग कितने दिन के लिये कर सकता है ?
जवाब -यह कॉन्ट्रैक्ट आम तौर पर 1 साल का होता है और परन्तु यह बढ़ाया भी जा सकता है और किसान के बहुत कमजोर प्रबंधन पर घटाया भी जा सकता है !
सवाल – पोल्ट्री किसान को पेमेंट कैसे मिलती है ?
पक्षी बिकने के बाद सारी कैलकुलेशन की जाती है और मात्र 1 महीने में ही ज्यादातर पेमेंट हो जाती है और कॉन्ट्रैक्ट के हिसाब से पेमेंट का वक़्त बढ़ घट सकता है !
सवाल – पोल्ट्री किसान को क्या ज्यादा कमाई का मौका मिलता है ?
जवाब – हाँ कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग में आपके अच्छे प्रबंधन और परिणाम पर अधिक पैसा दिया जाता है !
अन्य फायदा -आपको फ्री में पोल्ट्री फार्मिंग की बारीकियों को जानने का भी मौका मिलता है !