पक्षियों का एक दुसरे को काटना पोल्ट्री फार्म पर ग़लत या कमज़ोर प्रबंधन की वज़ह से होता है !इसमें ब्रायलर पक्षी दुसरे पक्षी के शरीर ,पंख काटता है इससे अन्य पक्षी भी काटे गये पक्षी को खाने को दोड़ने लगते है ! और अगर जल्द ही ये समस्या नियंत्रित ना की जाये तो पूरे पोल्ट्री फार्म पर भयंकर रूप ले सकती है !
इसलिये आपको अनेकों निम्नलिखित सावधानियाँ रखनी चाहियें और आपको इसके कारण भी पता होने चाहियें ताकि पोल्ट्री फार्म पर इस तरह की समस्या ना आये !
पोल्ट्री फार्म पर फ़ीडर और ड्रिंकर्स की कम संख्याँ में होने से ब्रायलर पक्षी भूखा महसूस करता है और उग्र स्थिति में दुसरे पक्षी को काटने की प्रवृति अपनाने लगता है !
अत्याधिक भीड -पोल्ट्री फार्म पर अत्याधिक भीड़ होने से भी कईं बार पक्षी को पर्याप्त मात्रा में फ़ीड नहीं मिल पाता और पक्षी उग्र होकर एक दुसरे को काटने लगता है !इसलिये पक्षी को शुरुवात से अंत तक .20-.25 ( ¼ ) स्केवयर फ़ीट से 1. 2 स्केवयर फ़ीट तक जग़ह बढ़ानी चाहिये !
पोल्ट्री फार्म पर ज्यादा तापमान देने से भी ब्रायलर पक्षी तनाव में आकर एक दुसरे को काटते देखा गया है ! पोल्ट्री फार्म पर पहले हफ्ते 95 डिग्री फेहरेन्हाईट होना चाहिये और हर हफ़्ते 5 डिग्री घटाते रहना चाहिये !
ज्यादा रौशनी – ब्रायलर पक्षी को ज्यादा रौशनी देने से भी पक्षी परेशान होने लगता है और एक दुसरे को काटने लगता है ! कुछ किसान ज्यादा रौशनी वाले बल्ब उपयोग में लाते है ! ये गलत तरीका है इसलिए सही रौशनी के ज्यादा LED उपयोग में लानी चाहिये !
पोल्ट्री फीड में अत्यधिक ज्यादा ऊर्जा और कम फाइबर भी ब्रायलर पक्षी को ज्यादा सक्रिय और उग्र बना सकते है ! फ़ीड में कम प्रोटीन और पोषक तत्वों की कमी खासतौर पर मेथिओनीन की कमी होने पर पक्षी पंखो और दुसरे पक्षियों को खाने लगता है !
कभी कोई पक्षी जख्मी हो तो भी अन्य ब्रायलर पक्षी खून को देखकर दुसरे पक्षी को काटने लगते है ! और ये आदत का रूप ले सकती है ! इसलिए अगर पोल्ट्री फार्म में कोई जख्मी पक्षी हो तो उसे तुरंत अलग कर देना चाहिये !
अगर आपके पोल्ट्री फार्म में ये समस्या आ जाती है तो उपरोक्त बातों से ये तय करें की क्या कारण है फिर आप समाधान कर सकते है !