ब्रायलर पोल्ट्री फार्म का नक्शा ऐसा बनाना चाहिए ताकि कभी भी आपको पोल्ट्री फार्म की क्षमता बढ़ानी पड़े तो आसानी से बिना किसी परेशानी से बड़ाई जा सके ! प्रत्येक व्यक्ति निजी जरूरत पर जरूरत के अनुसार ही पोल्ट्री फार्म का नक्शा बनाता है ! इसलिये हर पोल्ट्री फार्म का नक्शा प्रत्येक व्यक्ति के लिये अलग अलग हो सकता है ! परन्तु कुछ जरूरी बातें ऐसी है जो लगभग प्रत्येक फार्म पर एक जैसी ही होती है ! लेकिन कुछ जरूरी बातों पर ध्यान ना देने से बड़ा नुक्सान हो सकता है !
1 -पोल्ट्री फार्म में मुख्य गेट पर कुछ इंच नीचा स्थान बनाना चाहिए ,ताकि उसमे कुछ डिसइंफेक्टेंट युक्त पानी भरा जा सके !
पोल्ट्री फार्म पर आने वाली गाड़ियाँ के टायर भी डिसइंफेक्टेंट के माध्यम से वायरस और बैक्टीरिआ से मुक्त हो जायें !इससे वायरस और बैक्टीरिया का जोर कुछ कम हो जाता है ! गाड़ियों के आगमन और व्यक्तिगत आगमन के स्थान आप अलग बनाते है तो वो ज्यादा बेहतर होता है !
2 -दूसरा महत्त्वपूर्ण हिस्सा होता है मैनेजर या खुद का ऑफिस का कमरा ! यह हमेशा पोल्ट्री फार्म के आगमन पर होना बेहतर माना गया है इससे आने जाने वाले प्रत्येक व्यक्ति पर नज़र रखना आसान होता है और आपसे मिलने वाले व्यक्ति को पोल्ट्री फार्म के अंदर तक भी नहीं जाना होता है ! इससे बाहरी इंफक्शन को आप 100 प्रतिशत तो रोक नहीं सकते,परन्तु कुछ बचाव तो कर सकते है !
3 -पोल्ट्री के फीड के गोदाम के 2 द्वार होने बेहतर होते है ! 1 बाहरी और 1 भीतर की तरफ , बाहरी मुख्य गेट या द्वार का फायदा यह है कि जब भी फीड या उससे सम्बंधित सामान आये तो किसी भी वाहन को पोल्ट्री फार्म के भीतर तक आना ही ना आना पड़े !
भीतरी दरवाजे से आप पोल्ट्री फार्म के अंदर आपूर्ति आसानी से कर सकते है !
3 -पोल्ट्री फार्म बनाते हुए प्रत्येक अंतिम छोर पर 30 -50 फ़ीट की जगह खाली छोड़ देनी चाहिये !
या मजदूरो के लिये आवास या जेनेरेटर के कमरे का निर्माण बाहरी छोर पर कर सकते है ! ताकि पड़ोस की जमीन पर कोई निर्माण हुआ तो पोल्ट्री फार्म बनाने का औचित्य ही ख़त्म हो जायेगा ! क्योंकि पोल्ट्री फार्म पर दीवार की जगह जालियाँ होती है और वो हवा की निकासी के लिये बेहद जरूरी है !और वो किसी दीवार से ढकनी नही चाहिये या ताज़ी हवा की रुकावट नहीं होनी चाहीये !
4 -सामान्य पोल्ट्री फार्म की चौड़ाई 30 फुट से ज्यादा ठीक नहीं मानी जाती !लम्बाई कितनी भी हो इससे फर्क नहीं पड़ता ! E.C. शेड में (शेड में तापमान को खुदे नियंत्रित करने वाले पोल्ट्री फार्म ) की चौड़ाई 40 फ़ीट के लगभग भी ले जा सकते है ! लेकिन लम्बाई लगने वाले E.C.शेड के उपकरणों की क्षमता पर निर्भर होती है ! वो E.C.सिस्टम को लगाने वाली कंपनी बता सकती है !
5 -पोल्ट्री फार्म पर लगभग 1 स्क्वायर फ़ीट में 1 पक्षी आ जाता है ! जितने पक्षी आप पालना चाहते है ! उतने स्क्वायर फ़ीट का फार्म आप बना सकते है ! स्क्वायर फ़ीट मतलब लम्बाई और चौड़ाई फ़ीट में आपस में गुना कर लें ! उदाहरण अगर शेड 30 फ़ीट छोड़ा है और 100 फ़ीट लम्बा है तो यह हुआ 30 X 100 = 3000 पक्षियों का फार्म !
6 -एक पोल्ट्री शेड की दुसरे शेड से दूरी 50 फ़ीट के लगभग होनी चाहिये ,ताकि पोल्ट्री फार्म पर ताज़ी हवा मिलने से कोई दिक्कत ना हो !
7 -अगर आप भविष्य में अपने पोल्ट्री फार्म की क्षमता को बढ़ाने की योजना रखते है तो मजदूरों के वहाँ परिवार सहित रहने की व्यवस्ता की जगह छोड़ देनी चाहिये ! और वो जगह पूरी तरह हवादार और नहाने की जगह और टॉयलेट्स की व्यवस्था के साथ होनी चाहिये !
8 -पोल्ट्री फार्म के एक कोने में मृत पक्षियों के पोस्टमार्टम की मेज जो छत से ढकी हो जरूर बनवानी चाहिये !
9-पानी का टैंक ढका जरूर होना चाहिये और टैंक का डिज़ाइन इस तरह का होना चाहिये कि टैंक की सफाई करते वक़्त पानी के टैंक के भीतर कोई व्यक्ति जरूर जा सके ! पानी का टैंक हमेशा क्षमता से ज्यादा होना चाहिए ! ताकि किसी भी वजह से पानी पानी किसी अन्य कार्य के लिये उपयोग करना पड़े तो पक्षी के पीने का पानी कभी भी कम ना पड़े ! एक साधारण पक्षी 300ml से ज्यादा पानी प्रतिदिन पी सकता है !
धन्यवाद |
इस पोस्ट में हम जानेंगे कि ,अलग अलग तरह के पोल्ट्री फार्म में कितना धन लग सकता है ! चूँकि पोल्ट्री फार्म अनेकों तरह के हो… Read More