अमोनिया गैंस तीखी गंध वाली गैंस है ! और ये 50 ppm से अधिक पोल्ट्री फार्म की हवा में होने पर बेहद नुकसानदायक हो सकती है ! अमोनिया गैंस पोल्ट्री फार्म पर बैक्टीरिया के बिछावन के साथ क्रिया करने पर बनती है ! अमोनिया गैंस साधारण हवा से हल्की होती है और हवा में ऊपर की तरफ बढ़ती है ! अमोनिया गैंस का पोल्ट्री फार्म पर बनना बिछावन में नमी ,पोल्ट्री फार्म में हवा में नमी की मात्रा पोल्ट्री फार्म में हवा के बहाव और चूजों की संख्या पर भी निर्भर करती है !
अमोनिया गैंस का अधिक स्तर चूजों की आँखों और सांस के रास्ते के अंगों को बहुत बुरी तरह प्रभावित करता है !
इससे पक्षी तनाव में रहता है और सांस से सम्बंधित बीमारियाँ आने की संभावना बढ़ जाती है !
और ब्रायलर पक्षी का वज़न कम होता है और फीड की ख़पत भी बढ़ जाती है !
अमोनिआ गैंस ब्रायलर पक्षी की बीमारियों से लड़ने की क्षमता को कम कर देती है !जिससे अनेकों वायरल या बैक्टीरियल बीमारियों के आने की संभावना को बड़ा देती है !
अमोनिया गैंस सी आर डी जैसी बीमारियों के आने की संभावना को भी बड़ा दी है ! इसलिये पोल्ट्री फार्म पर अमोनिआ गैस को गंभीरता से लेना चाहिये और समस्या आने पर निदान करना चाहिये !
अगर आपके पोल्ट्री फार्म पर अमोनिया गैंस ज्यादा बनती है तो आप बिछावन में 5 प्रतिशत तक फिटकरी मिला सकता है जिससे अमोनिया गैंस की समस्या कम हो जाती है !परन्तु ये सुनिश्चित कर लें कि फिटकरी पूरी तरह पावडर के रूप में ही हों ! बारीक दाना भी चूज़ा अगर गलती से अपने मुँह में डाल लेता है तो नुक्सान दे सकती है !
फिटकरी बिछावन का पी एच कम कर देती है जिससे बैक्टीरिया की ग्रोथ कम हो जाती है और अमोनिया गैंस बनने की प्रक्रिया कम हो जाती है !
फिटकरी को उपयोग करने से पहले मास्क जरूर पहन लेना चाहिए ताकि फिटकरी पाउडर की धूल सांस के जरिए शरीर में ना जाये ! ग्लब्स का इस्तेमाल भी करना चाहिये ताकि हाथों में कोई जलन की समस्या न हो ! चूँकि फिकरि धीरे धीरे बिछावन में मिल जाती है तो ब्रायलर बिकने पर जो बिछावन खाद का रूप ले लेती है तो फिर किसी तरह की ख़ास सावधानी की जरूरत नहीं होती !
पोल्ट्री फार्म में फिटकरी का उपयोग करने का मतलब यह नहीं है कि पोल्ट्री फार्म को हवादार बनाने पर जोर नहीं देना चाहिये ! पोल्ट्री फार्म पर जहां तक संभव हो ताज़ी हवा पोल्ट्री फार्म पर उपलब्ध होनी चाहिये !
पोल्ट्री फार्म पर बिछावन पर्याप्त मात्रा में उपयोग करना चाहिये ! 2 -3 इंच चावलों का छिलका या लकड़ी का सूखा बुरादा इस्तेमाल करना चाहिये !जब आप खाद की अल्टा पलटी ( रेकिंग ) करते वक़्त 100 स्क्वायर फ़ीट में 1 kg ये इससे ज्यादा लकड़ी की राख इस्तेमाल करके भी अमोनिया को नियंत्रित कर सकते है !
अगर किसी वज़ह से बिछावन काफी गीली हो तो उसे अल्टा पलटी के दौरान बिछावन में न मिलने दें ! उसे शेड से बाहर कर देना चाहिये नहीं तो अमोनिआ पोल्ट्री फार्म गैंस ज्यादा बनती है !