इस प्रश्न का उत्तर अत्यंत विवादास्पद है ! परन्तु मैं अत्यंत गहराई से इस मुद्दे के प्रत्येक पहलु को समझाने का प्रयास करूंगा !
आसान शब्दों में आर्गेनिक अंडे का मतलब , वो अंडे जो जो उन मुर्गियों से प्राप्त हुए , जिन्हे आर्गेनिक फीड दिया गया ! जिसमे किसी तरह का एंटीबायोटिक या एंटी कोक्सिडियल ना मिला हो !
दूसरी बात यह है , आर्गेनिक अंडे उन मुर्गियों से प्राप्त हुए हों , जिन्हे पिंजरे की बजाय खुले में पाला गया हो ! क्योंकि ऐसा माना गया है , कि जो मुर्गियां पिंजरों में रहती है , वो तनाव में रहती है ! और उनसे प्राप्त अंडे ठीक खुले में पाली गयी मुर्गी की तुलना में कम बेहतर होते है !
परन्तु आजकल कुछ ऐसे पोल्ट्री किसान है जो पक्षी को पिंजरों में तो रखते है परन्तु उन्हें फीड में किसी तरह का एंटीबायोटिक और एंटी कोक्सिडियल्स नहीं देते और फीड में कुछ जड़ी बूटियां भी मिला देते है इससे अंडे की गुणवत्ता भी काफी बढ़ जाती है !
इस तरह के अण्डों से ही आर्गेनिक अंडों की लागत को पूरी करते है ! अंडे का बाहरी रंग और जर्दी का रंग मुर्गी की ब्रीड और उसे दिये जाने वाले फीड पर निर्भर करता है !
दूसरी बात पक्षी को यदि पर्याप्त मात्रा में मल्टी विटामिन या मल्टी मिनरल दिये जायें तो उनका भी काफी असर अंडे में आ जाता है ! इस तरह के अंडों की गुणवत्ता भी बेहतर हो जाती है ! और आर्गेनिक अण्डों की तुलनात्मक ठीक है अगर मुर्गियों को दिये जाने वाले फीड में एंटीबायोटिक , एंटी कोक्सिडियल या अन्य कोई केमिकल ना हों !
निष्कर्ष – सही मायनों में आर्गेनिक अंडे वही होते है , जो अंडे खुले में पाली गयी मुर्गियों से प्राप्त हुए हों और उन्हें बेहत संतुलित मात्रा का बेहतर फीड दिया हो और उस फी में किसी तरह का एंटीबायोटिक ,एंटी कोक्सिडियल या कोई हार्मोन या केमिकल ना मिला हो !