आमतौर पर जब पक्षी को जगह बढ़ाते है , तब पक्षी को पकड़ना पड़ता है परन्तु ऐसा सिर्फ वहीँ पर किया जाता है , जहां शेड के ऊपर शेड होता है ! और दूसरी बार जब पक्षी को तब पकड़ना होता है , जब पोल्ट्री फार्म से पक्षी को बेचना होता है !
मशीन का उपयोग !- कुछ बड़े स्तर के पोल्ट्री किसान मशीनों का उपयोग करते है जो काफी सुविधाजनक प्रक्रिया है ! जहाँ श्रमिकों की उपलब्धता कम होती है ! परन्तु इस प्रक्रिया में मशीनों पर और उनके रख रखाव पर अधिक खर्च करना पड़ता है !
परन्तु अधिकतर हाथों से ही पक्षी को पकड़ना आमतौर पर देखा गया है ! आप किसी भी तरीके का इस्तेमाल करें पक्षी को कम से कम तनाव हो !
सही तरीके से पक्षी को ना पकड़ने से पक्षी को तनाव होता है ! तथा पक्षी की टांग टूट सकती है ! मृत्यु भी हो सकती है और पक्षी सप्लाई के दौरान अधिक वजन का काफी अधिक नुक्सान करता है ! पहले हम पक्षी को एक शेड से दुसरे शेड में पहुंचाने के बारे में बात कर लेते है !
पक्षी को उसके आकार के हिसाब से अधिक पक्षी नहीं पकड़ने चाहियें ! ना ही झटके के साथ पक्षी को उठाना चाहिये , चाहे वक़्त ज्यादा लग जाये ! और अपने श्रमिकों को भी इस बात का सख्ती से पता होना चाहिये ,की पक्षी को कम संख्या में और झटके के साथ नहीं पकड़ना है !
एक बात बात ध्यान देने वाली है , एक जगह से दूसरी जगह पक्षी शिफ्ट करते वक़्त पक्षी देने और पक्षी लेने वाले के बीच मेँ कोई अन्य नहीं होना चाहिये ! इससे पक्षी को नुक्सान होने की संभावना काफी कम हो जाती है !
पक्षी को बहुत दूर तक गाडी से बेचने जाना है तो ये सुनिश्चित कर लें कि , सभी पक्षियों ने फीड और पानी पूरी तरह ले लिया है ! इससे मृत्यु दर काफी कम देखी गयी है !
अगर पक्षी को एक पोल्ट्री शेड से दुसरे पोल्ट्री शेड में ले ले जाना पड़े तो अच्छा विटामिन और मिनरल युक्त सप्लीमेंट या PGCF GOLD 1 -2 दिन पहले देना चाहिये !इससे भी पक्षी का तनाव कम हो जाता है !
पक्षियों को रात को या अंधेरे में ही पकड़ना बेहतर होता है ! और प्रकाश अत्यंत कम कर देना चाहिये ! इससे पक्षी में भगदड़ कम हो जाती है ! और फीडर और ड्रिंकर्स हटा देने चाहिये या ऊँचे कर देने चाहियें ! ताकि पक्षी उनसे ना टकराये !
आपके मैनेजर या श्रमिकों को हर बात से अवगत जरूर करा दें !